पूरहान वेलफेयर सोसाइटी
भारत में महिलाओं को सशक्त बनाने का अवसर है, विशेषकर वंचितों को। आईएमएफ का अनुमान है कि कार्यबल में महिलाओं की समान भागीदारी से भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 27 प्रतिशत की वृद्धि होगी और भारत में लैंगिक समानता प्राप्त करने का आर्थिक प्रभाव 2025 तक अतिरिक्त सकल घरेलू उत्पाद का 700 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है।
पूरहान वेलफेयर सोसाइटी की स्थापना 100,000 वंचित महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के मिशन के साथ की गई है। हमने औपचारिक वित्तीय प्रणालियों के साथ महिलाओं को शिक्षित करने, बचत खातों का महत्व, वित्तीय संपत्ति, अनुबंध, धन उगाहने, ऋण और ऋण जैसे छोटे कदमों से शुरुआत की है। हमारी अगली योजना महिलाओं और लड़कियों को आधुनिक परिधान निर्माण, सिलाई और आत्मरक्षा के प्रशिक्षण में कुशल बनाना है
जन धन योजना के तहत सूक्ष्म और लघु उद्यमों और प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण का समर्थन करने के लिए भारत सरकार की मुद्रा योजना महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास करती है। मुद्रा के तहत कुल कर्जदारों की संख्या में महिला उद्यमियों की हिस्सेदारी करीब 78 फीसदी है। पूरहान वेलफेयर सोसाइटी का उद्देश्य अपस्किलिंग और वित्ती य सक्षमता के माध्यम से महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना है
हमारा लक्ष्य
हमारा मिशन सामुदायिक भवन, वित्तीय और डिजिटल सक्षमता, कौशल और आत्मरक्षा में प्रशिक्षण के माध्यम से 100000 वंचित महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना है।
हमारा नज़रिया
हम महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के साथ अपने दृष्टिकोण को साझा करते हैं - सशक्त महिलाएं जो सम्मान के साथ रह रही हैं और हिंसा और भेदभाव से मुक्त वातावरण में विकास में समान भागीदार के रूप में योगदान दे रही हैं।